डकातरा में हुई नकबजनी का पर्दाफाश, 40 तोला सोना व 5 किलो चांदी बरामद, तीन आरोपी गिरफ्तार

जालोर. जालोर जिले के बागरा थाना क्षेत्र के डकातरा में पिछले हुई बड़ी नकबजनी की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। इस घटना के सम्बन्ध में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक खरीदार सुनार भी शामिल है। साथ हुई चुराए गए सोने में से 40 तोला सोना व 5 किलो चांदी भी पुलिस ने बरामद की है। जालोर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह इंदौलिया ने प्रेसवार्ता कर इसका खुलासा किया है। एसपी इंदौलिया ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 405 ग्राम सोना व 5.522 किग्रा चाँदी व 50 हजार रुपए नकद बरामद किए गए हैं। साथ ही घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल, लोहे के सरिये, पेशकस एवं चोरी की गई मोटरसाईकिल को भी जब्त किया गया है। वहीं सोने-चांदी के जेवरात को गलाने में काम में लिये गये विभिन्न उपकरण भी बरामद किए हैं। एसपी के मुताबिक गैंग द्वारा पुलिस थाना रामसीन, जसवन्तपुरा व भीनमाल थाना क्षेत्र में की गई नकबजनी व मन्दिर चोरी की वारदातें भी करना जानकारी में आया है।
सूने घर में रखे थे लाखों के जेवरात
एसपी शैलेन्द्रसिंह इन्दोलिया ने बताया कि बागरा थाना क्षेत्र के ग्राम डकातरा में 20 जुलाई 2025 को नकबजनी की वारदात हुई थी। इस घटना के सम्बंध में पुरोहित जग्गु भाई (67) पुत्र भुराभाई पुरोहित निवासी डकातरा हाल निवासी एफ/8 रतनासागर काम्पलेक्स नियर सोमेश्वर बंगलोज ऑपोजिट गुलाब टावर सोला अहमदाबाद शहर गुजरात ने घटनास्थल गांव डकातरा में एक लिखित रिपोर्ट पेश की कि "मैं परिवार सहित अहमदाबाद में रहता हूं दिनांक 20 जुलाई 2025 को मेरे भाई गिरधारी ने मुझे सूचना दी कि आपके मकान के ताले टूटे हुए पड़े है तथा मकान में रात्रि में चोरी हुई है जिस पर मैं परिवार सहित गांव आया तथा देखा तो मेरे मकान के दरवाजे व ताले टूटे हुए पड़े है तथा मेरे मकान के अन्दर रखे सोने व चांदी के गहने व चांदी की सिलिया, सिक्के व नगद रुपए चोरी होने पाये गये।
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इस पर एएसपी मोटाराम गोदारा एवं वृत्ताधिकारी गौतम जैन के निकट सुपरविजन में बागरा थानाधिकारी मोहनलाल गर्ग के नेतृत्व में प्रकरण का पर्दाफाश करने के लिए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया था। गठित पुलिस टीमों द्वारा निरन्तर गश्त, आसूचना, तकनीकी सहायता, सीसीटीवी फुटेज व लॉकल मुखबिरी के आधार पर डकातरा हुई नकबजनी का पर्दाफाश कर घटना में शरीक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
टीम ने खंगाला रिकॉर्ड
गठित विशेष टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर एमओबी टीम व डॉग स्क्वॉयड को बुलाकर घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण कर घटनास्थल पर व आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किये जाकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये तथा तकनीकी सहायता एवं चालानसुदा आरोपियों पर निगरानी रखी गई। गठित टीम द्वारा संदिग्ध नकबजनों की सीडीआर मंगवाई जाकर सीडीआर का गहनता से विश्लेषण किया गया तथा निरन्तर चालानसुदा संदिग्ध नकबजनों पर निरन्तर निगरानी जारी रखी गई। मुखबिरा की ईतला व सीडीआर विश्लेषण के आधार पर आरोपी गमेती गरासिया गैंग के मुख्य सरगना भारमाराम पुत्र सोपाराम गमेती गरासिया निवासी भुगिया फली मौरस पुलिस थाना पिण्डवाड़ा व उजमाराम पुत्र भगाराम गरासिया निवासी सिंगा की पावटी वालोरिया पुलिस थाना रोहिड़ा जिला सिरोही को दस्तयाब कर पूछताछ की जाकर नकबजनी की घटना का पर्दाफाश किया जाकर 15 अगस्त 2025 को दोनों को गिरफ्तार किया गया। सहआरोपी भोमाराम उर्फ भोमलाल पुत्र हीराराम गरासिया निवासी पीपला पीएस बैकरिया जो फरार है। आरोपियों से पूछताछ की गई तो कुछ माल अपने पास होना बताया तथा कुछ माल सोनी को बेचना बताया, जिस पर चोरी के सोने-चांदी के जेवरात खरीदने वाले आरोपी जितेन्द्र कुमार सोनी पुत्र हरिचन्द्र सोनी पेशा सुनारी कार्य निवासी आईजी स्कूल के पास डॉक्टर गली आउवा देवली पुलिस थाना मारवाड़ जक्शन जिला पाली हाल निवासी मस्जिद के पास गदावा कॉलोनी पिण्डवाड़ा पुलिस थाना पिण्डवाड़ा जिला सिरोही को दस्तयाब कर पूछताछ कर जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा चोरी के सोने-चांदी के गहने खरीदना स्वीकार करने पर 17 अगस्त 2025 को गिरफ्तार किया गया। भारमाराम व उजमाराम से गहनता से पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों द्वारा गांव डकातरा के अलावा, पुलिस थाना हल्का क्षेत्र भीनमाल, रामसीन, व जसवन्तपुरा में भी चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। आरोपियों के कब्जे से 405 ग्राम सोना व 5.522 किग्रा चाँदी व 50 हजार रुपए नकद बरामद किये गये एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल, लोहे के सरिये, पेशकस एवं चोरी की गई मोटरसाईकिल व सोने-चांदी के जेवरात को गलाने में काम में लिये गये विभिन्न उपकरण किये जब्त किये गये।
मोबाइल बन्द कर घटना करते हैं आरोपी
पूछताछ के दौरान यह सामने आया है कि सरगना अपने साथियों के साथ पिण्डवाड़ा में आये वीर बावसी के मन्दिर के पास बैठकर शराब पीकर सांय करीब 05-06 बजे के आस पास अपने मोबाईल फोन को बन्द कर एक मोटरसाईकिल पर तीन लोग सवार होकर सुनसान व कच्चे रास्ते से होकर गांव से करीब एक-दो किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर अपनी मोटरसाईकिल को छुपाकर वहां से पैदल पैदल रवाना होकर गांवो में जाकर सूने पड़े मकानों के ताले तोड़ कर घर के अन्दर घुसकर आर्टिफिशियल गहनों को छोड़कर सोने व चांदी के गहने व नगदी को चुरा लेते है तथा मकानों के टूटे हुए तालों वगैरह को भी दूर जाकर फेकते है
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घटनास्थल पर कोई सबूत नहीं छोड़ते है फिर घटनास्थल के आस-पास से ही मोटरसाईकिल को चुराकर उस मोटरसाईकिल से अपनी स्वयं की मोटरसाईकिल जहां खड़ी की है वहां तक जाकर फिर चुराई हुई मोटरसाईकिल को वहीं पर छुपाकर अपनी मोटरसाईकिल से वापस पिण्डवाड़ा की तरफ चले जाते है तथा गहनों को पत्थरों से तोड़कर नष्ट कर सोनी को सस्ते दामों में बैचान करते है। चोरी के माल बेचान से अर्जित रुपयों की शराब व मीट की अपने दोस्तों के साथ मिलकर पार्टी कर एशो आराम करते है।
खुलासा करने के लिए टीम ने खूब की मेहनत
उक्त प्रकरण का पर्दाफाश करने में दिनेश कुमार कानि. 322 पुलिस थाना बागरा एवं किशनलाल कानि. 722 साईबर सैल जालौर की सराहनीय एवं विशेष भूमिका रही है। साथ बागरा थाने से एएसआई बिशनसिंह राजावत, रूपसिंह राजपुरोहित, दिनेश कुमार, नरेन्द्रसिंह मेड़तिया, देवीसिंह की विशेष भूमिका रही।
जालोर एसपी इंदौलिया की आमजन से अपील
जालोर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह इंदौलिया ने बताया कि गरासिया गैंग से पूछताछ से पाया गया कि मारवाड़ के विशेषकर जालौर, सिरोही के गावों में लोगों द्वारा अपने पास आभूषण ज्यादा घरों में रखने से इस गैंग द्वारा अधिकतर मारवाड़ क्षेत्र को ही चुनकर बन्द पड़े मकानों में नकबजनी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है। पुलिस की आमजन से अपील है कि कीमती आभूषण एवं नकद रूपये अपने घरों में सुरक्षित स्थान पर या बैंक लॉकरो में रखे तथा अपने बन्द मकानों में कोई कीमती सामान नहीं रखे। अनजान या संदिग्ध व्यक्ति अपने घर के आसपास या गांव में घूमते पाये जाने पर स्थानीय पुलिस को आवश्यक रूप से सूचना दे।