उफ! ये गर्मी नहीं, आग का दरिया है – और हम हैं डुबकी लगाने वाले

उफ! ये गर्मी नहीं, आग का दरिया है – और हम हैं डुबकी लगाने वाले

देवेन्द्रराज सुथार.  उफ! गर्मी का नाम सुनते ही ऐसा लगता है जैसे हमारे देश ने सूरज को पनाह दे रखी हो। गर्मी की ऐसी तेज़ी कि अगर आप धूप में आधा मिनट भी खड़े रहें तो ऐसा लगे जैसे कोई तंदूर में पका रहा हो। और ये गर्मी न तो छुट्टी मांगती है, न किसी की सुनती है। बस अपना राज चलाती रहती है। लेकिन चिंता मत करिए, आज मैं आपको कुछ ऐसे ‘अचूक’ और ‘रामबाण’ उपाय बताने जा रहा हूँ जिनसे आप इस गर्मी को मात दे सकते हैं — बिल्कुल मजाकिया अंदाज़ में!

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सबसे पहला उपाय है — घर के बाहर छांव की तलाश करना। जब भी आप बाहर निकलें, कोशिश करें कि छाया में चलें। मतलब अगर सड़क पर कोई पेड़ दिखे, तो उसी पेड़ के नीचे खड़े हो जाइए। लेकिन ध्यान रखें, वो पेड़ बड़ा हो, क्योंकि छोटे पेड़ की छाया तो गिनती नहीं होती। और अगर कोई पेड़ नहीं दिखे, तो बस अपने आप को किसी बड़े आदमी के पीछे छिपा लीजिए, क्योंकि लोग कहते हैं कि बड़े आदमी के पीछे चलो तो छाया मिलती है।
(ध्यान: यह वैज्ञानिक तथ्य नहीं है, सिर्फ मजाक है!)

दूसरा उपाय है — पंखा। लेकिन ऐसा पंखा नहीं जो केवल हवा दे, बल्कि ‘मनोरंजन पंखा’। इसके लिए आपको चाहिए कि पंखे के नीचे बैठकर ठंडी-ठंडी फिल्में या वीडियो देखें, ताकि आपको गर्मी कम लगे। अगर पंखे के पंखे से ठंडी हवा नहीं आ रही तो भी कोई बात नहीं, क्योंकि आपकी हँसी से दिल ठंडा हो जाएगा। और हाँ, पंखे की गति ज्यादा रखिए ताकि हवा भी तेज चले और आपके बाल भी उड़ें। वैसे बाल उड़ाना भी गर्मी से लड़ने का तरीका है, क्योंकि बालों के उड़ने से हवा का झोंका महसूस होता है, और ये झोंका थोड़ा ठंडा भी होता है।
(वैज्ञानिक शोध की कमी के बावजूद, यह तरीका लोकप्रिय है।)

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तीसरा उपाय है — ठंडी चीजें खाना-पीना। पानी ठंडा पीजिए, नींबू पानी पीजिए, आम पना पीजिए। लेकिन ध्यान रखें कि यह ठंडी चीजें बाहर से न ली जाएं, वरना गर्मी से ज्यादा पेट खराब हो सकता है। घर पर ही बना ठंडा ठंडा शरबत और हल्दी वाला दूध पीजिए। ये तो बिल्कुल रामबाण है! और अगर ठंडा खाने-पीने से भी गर्मी कम न हो तो समझिए कि आप ‘आइसक्रीम’ के बिना नहीं रह सकते।
(और हाँ, आइसक्रीम खाते वक्त ध्यान रखें कि कहीं आपका चेहरा या कपड़े पिघल न जाएं, क्योंकि गर्मी के कारण ये दोनों भी पिघलने लगते हैं!)

चौथा उपाय है — नहाना। गर्मी में नहाना तो वैसे भी जरूरी है, लेकिन मज़ेदार तरीका अपनाइए — बार-बार नहाइए, लेकिन ठंडे पानी से नहीं। गुनगुने पानी से नहाइए ताकि आपकी बॉडी का तापमान धीरे-धीरे ठंडा हो। और नहाने के बाद फैन के नीचे जाकर बैठिए, ताकि पसीना जल्दी सूख जाए और फिर से ठंडक महसूस हो।
(बस ध्यान रहे, बार-बार नहाने से आपकी माँ परेशान न हो जाए!)

पांचवा और सबसे मजेदार उपाय — खुद को मच्छर और गर्मी दोनों से बचाना। क्योंकि जब आप पसीने में तरबतर होते हैं तो मच्छर आपकी तरफ ऐसे आकर्षित होते हैं जैसे मीठा आम। इसलिए न केवल मच्छर भगाइए, बल्कि अपनी त्वचा को भी ठंडा रखिए। आप चाहें तो नींबू की पत्तियों को कुचलकर शरीर पर लगा सकते हैं या फिर ठंडे कपड़े से माथा पोंछिए।
(और अगर मच्छर काट लें तो सोचिए कि ये भी आपकी गर्मी से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं!)

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तो ये थे हमारे ‘अचूक’ रामबाण उपाय गर्मी भगाने के। बस इनका पालन करें और गर्मी से लड़ते-लड़ते खुद हँसते रहिए। क्योंकि आखिर गर्मी तो आती-जाती रहती है, लेकिन हँसी तो सदा साथ रहनी चाहिए। अब बताइए, आप किस उपाय को अपनाने वाले हैं?