रामसीन क्षेत्र के गणपतसिंह हत्याकांड को एक साल बीतने को, जांच अधिकारी ने तीन संदिग्धों की पहचान की, लेकिन नार्को टेस्ट की प्रक्रिया में एक आरोपी ने पुलिस के सामने रखी 2 करोड़ की गारंटी की मांग, परिजनों ने एसपी को ज्ञापन देकर खुलासे की मांग दोहराई

रामसीन क्षेत्र के गणपतसिंह हत्याकांड को एक साल बीतने को, जांच अधिकारी ने तीन संदिग्धों की पहचान की, लेकिन नार्को टेस्ट की प्रक्रिया में एक आरोपी ने पुलिस के सामने रखी 2 करोड़ की गारंटी की मांग, परिजनों ने एसपी को ज्ञापन देकर खुलासे की मांग दोहराई
  • अनुसन्धान अधिकारी ने तीन जनों को संदिग्ध माना, तीनों से नार्को टेस्ट, पॉलीग्राफ टेस्ट व ब्रेन मैपिंग की सहमति मांगी, लेकिन एक ने पुलिस के सामने रखी दो करोड़ रुपए की शर्त
  • परिजनों ने एक बार फिर एसपी को ज्ञापन देकर मामले का पर्दाफाश करने की मांग की

दिलीप डूडी, जालोर. जालोर जिले के रामसीन थाना क्षेत्र के मांडोली के गणपतसिंह राजपूत नामक युवक की संदिग्ध मौत को करीब एक साल होने को आया है। अगस्त 2024 में हुई इस घटना को हत्या मानते हुए परिजन समय समय पर पुलिस को चेता रहे है, लेकिन अभी तक इस घटना के आरोपियों का पूरी तरह से खुलासा नहीं हो पाया है।

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इसमें अनुसन्धान अधिकारी भी परिवर्तन किए, लेकिन महत्वपूर्ण पहलू पर जांच अटक गई। अब युवा आईपीएस व सांचौर सहायक पुलिस अधीक्षक काम्बले शरण गोपीनाथ इस मामले की जांच कर रहे हैं, काम्बले ने अंत में तीन लोगों को संदिग्ध मानते हुए उन्हें नामजद किया है, लेकिन सबूतों को अधिक पुष्ट करने के लिए अनुसन्धान अधिकारी काम्बले ने तीनों संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट, नार्को टेस्ट करवाने की सहमति मांगी, इसमें दो आरोपियों ने तो सहमति दे दी, लेकिन एक संदिग्ध ने पुलिस के सामने शर्त रख दी। इस कारण अभी प्रकरण का पर्दाफाश नहीं हुआ है। परिजनों ने मंगलवार को एक बार नए एसपी शैलेंद्रसिंह इन्दोलिया को ज्ञापन देकर मामले के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।

परिवार की सुरक्षा के लिए दो करोड़ रुपए देने की गारंटी कौन लेगा

जानकारी में सामने आया है कि गणपतसिंह मांडोली प्रकरण में अनुसन्धान अधिकारी काम्बले ने गहनता से तफ्तीश की, कड़ी से कड़ी जुड़ी तो तीन नाम सामने आए, जिन तीनों को संदिग्ध माना, उनके पॉलीग्राफ व नार्को टेस्ट करवाने की सहमति लेना आवश्यक है, ताकि पता लगाया जा सके कि ये झूठ बोल रहे है या सच। ऐसे में दो संदिग्ध ने तो सहमति दे दी, लेकिन तीसरे ने कहा कि वो किसी प्रकार का नशा नहीं करते है और पॉलीग्राफ व नार्को टेस्ट के दौरान उसे किसी भी रूप से शारीरिक क्षति होती है तो इसकी गारंटी कौन लेगा, साथ ही उसने दो करोड़ रुपए गारंटी के रूप में देने की शर्त भी रख दी, वहीं जिन दोनों ने सहमति दी है, उनका भी कहना है कि हमारा टेस्ट भी तब किया जाय जब तीसरा आरोपी भी टेस्ट के लिए सहमत हो, अन्यथा नहीं, इस उलझन के कारण पुलिस अभी तक उन्हें न तो गिरफ्तार कर पाई है और न कोई अन्य ठोस कदम उठा पा रही है।

पीड़ित पत्नी ने खुलासे की मांग की

इधर, मृतक की पत्नी भारती कंवर ने एसपी को ज्ञापन देकर खुलासे की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि दिनांक 28 अगस्त 2024 को उसके पति गणपतसिंह पुत्र रणसिंह राजपूत निवासी मांडोली की निर्मम व नृशंस हत्या को एक वर्ष होने को आया है परंतु पुलिस के हाथ अभी तक ख़ाली है। जिसके कारण मेरे परिवार को अभी तक न्याय का इंतज़ार है। पुलिस प्रशासन द्वारा केवल आश्वासन दिया दिया जा रहा रहा है।पुलिस जाँच की धीमी प्रक्रिया के कारण मामले का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है ।घटना को हुए एक वर्ष पूर्ण होने को आया है फिर भी अभी तक पुलिस किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है ,मेरे पति गणपत सिंह हत्याकांड को लेकर सर्व समाज कई बार धरना - प्रदर्शन कर चुका है। रामसीन पुलिस थाना के समक्ष दिनाक 9 सितंबर2024 को विशाल धरना प्रदर्शन किया गया था।जहाँ पर 10 दिवस के भीतर हत्याकांड का पर्दाफाश करने का आश्वासन दिया गया था, परंतु समय बीत जाने के बाद भी खुलासा नहीं होने पर जालोर जिला मुख्यालय पर दिनांक 15 अक्टूबर को विशाल धरना प्रदर्शन किया गया था।उसके बाद अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन कई दिनों तक जारी रहा था परंतु दिनाक 28 अक्टूबर 2024 को मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग मंत्री के द्वारा लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को हटाने और जांच बदलने के आश्वासन पर धरना कुछ दिनों के लिए स्थगित किया गया था।

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यद्यपि कुछ पुलिस कर्मियो को हटाया गया है परंतु अभी तक मामले का खुलासा नहीं हुआ है। वर्तमान में मामले की जाँच आईपीएस अधिकारी सांचोर गोपीनाथ कांबले कर रहे है उन्हें आईपीएस अधिकारी गोपीनाथ कांबले पर पूरा विश्वास है की वे मुझ विधवा नारी और मेरे छोटे बच्चों को न्याय दिलाने के लिए मेरे पति की हत्या करने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करेंगे ताकि मुझ प्रार्थी को न्याय मिल सके। एसपी से कहा कि आप इस मामले में व्यक्तिगत रुचि लेकर गणपत सिंह हत्याकांड का जल्द से जल्द खुलासा करने हेतु जाँच में तेजी लाए और तकनीकी और विशेषज्ञ अधिकारी लगाकर मामले का जल्द से जल्द खुलासा करवाएं। न्याय नहीं मिला तो मैं जिला मुख्यालय पर अपने दो छोटे बच्चों के साथ भूख हड़ताल पर बैठूँगी और तब तक बैठूँगी जब तक कि मेरे पति के हत्यारे सलाखों के पीछे नहीं जाते।

इनका कहना है...

हमने तीन संदिग्धों के पॉलीग्राफ व नार्को टेस्ट करवाने की सहमति मांगी थी, उन्होंने सहमति नहीं दी है। सबूतों को पुष्ट करने के लिए टेस्ट जरूरी है। अब आगे की जांच व तथ्य जुटाने के लिए आवश्यक अन्य प्रक्रिया भी अपनाएंगे।

- काम्बले शरण गोपीनाथ, अनुसन्धान अधिकारी व सहायक पुलिस अधीक्षक, सांचौर