तीन साल के बच्चे की आंत में फस गई थी लॉलीपॉप की डंडी, सांचौर के मेडिपल्स हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने सफल ऑपरेशन कर दी राहत

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6 सेमी लंबी डंडी ने कर दिया पेट खराब, सफल सर्जरी से डॉक्टरों ने मासूम को दी राहत; माता-पिता को दी चेतावनी
दिलीप डूडी, जालोर. छोटे-छोटे मासूम बच्चों को लाड प्यार के बहाने कई बार खेलने व खाने की ऐसी चीजें दे दी जाती है, जो ध्यान भंग होने पर घातक साबित हो सकती है। इस कारण चिकित्सक कई बार आवश्यक सलाह देते रहते हैं, लेकिन गम्भीरता से ध्यान नहीं रखने के कारण घटनाएं हो जाती है। ऐसी ही एक घटना का शिकार तीन वर्षीय मासूम हो गया, गनीमत रही कि परिजनों ने समय पर उचित स्थान उपचार करवा दिया, अन्यथा उस मासूम को जीवन भर बड़ी तकलीफ झेलनी पड़ती।
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दरअसल, बाड़मेर जिला निवासी तीन वर्षीय मासूम रोहित को परिवार में किसी ने चॉकलेट की चाहत पर लॉलीपॉप (डंडी वाली चॉकलेट) दे दी, बच्चा लॉलीपॉप चूस था, किसी ने उसकी और ध्यान नहीं दिया। नासमझ मासूम बच्चे ने स्वादिष्ट लगने पर अधिक चूसने की कोशिश की, जिस पर लॉलीपॉप की डंडी बच्चे के पेट में चली गई, इस कारण बच्चे की आंत क्षतिग्रस्त हो गई। बेजां दर्द से बच्चा कराहने लगा। परिजनों को किसी ने इस सम्बंध में सांचौर के मेडिपल्स मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल एन्ड रिसर्च सेंटर में दिखाने की सलाह दी।
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परिजन तुरन्त बच्चे को सांचौर मेडिपल्स हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। मेडिपल्स के चिकित्सक वरिष्ठ जनरल सर्जन डॉ नरसीराम देवासी ने मरीज बच्चे की जांच की और सोनोग्राफी करवाने पर पता चला कि मासूम बच्चे के पेट में 6 सेमी लम्बी लॉलीपॉप की डंडी फसी हुई है। जिस पर परिजनों की अनुमति पर तीन वर्षीय मासूम रोहित का ऑपरेशन कर उसके पेट से लॉलीपॉप की डंडी निकालकर उसे राहत दी। ऑपरेशन के दौरान डॉ नरसीराम देवासी, डॉ बी. विश्नोई, डॉ संदीप पाटिल, डॉ प्रणाली अहाले, डॉ धवल शाह, डॉ कुलदीप त्रिवेदी, डॉ नरेश देवासी, डॉ अशोक वैष्णव की टीम ने बड़ी सूझबूझ तरीके से ऑपरेशन कर मासूम को दर्द से राहत दी।
मासूम बच्चों का रखें ख्याल
डॉ देवासी ने बताया कि छोटी उम्र के मासूम बच्चों को खिलौने देने व खाने की चीजें देने के दौरान परिजनों को ध्यान रखना चाहिए। जैसे सिक्के, बलून, लॉलीपॉप ऐसी चीजें बच्चों के गले में फस जाती है। जिस कारण बड़ी तकलीफ होती है।
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