जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में जालोर शहर व सांचौर शहर के लिए अमृत 2.0 योजनान्तर्गत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की
जालोर . जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की 41वीं बैठक जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।

विज्ञापन
बैठक में जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने ओटीएमपी एवं नर्मदा पेयजल परियोजना के प्रोजेक्ट प्रगति की समीक्षा कर नर्मदा परियोजना के अधीक्षण अभियंता लिच्छूराम चौधरी को लक्ष्यानुसार अधिकतम मासिक नल कनेक्शन जोड़ने तथा पाईप लाईन टेस्टिंग के बाद रोड़ रिपेयरिंग कार्य के लिए संबंधित संवेदकों से टीम बढ़ाकर कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जालोर शहर व सांचौर शहर के लिए अमृत 2.0 योजनान्तर्गत कार्यो की प्रगति की भी समीक्षा की।

विज्ञापन
उन्होंने नर्मदा के अधीक्षण अभियंता लिच्छूराम चौधरी को ईआर प्रोजेक्ट के उच्च जलाशय निर्माण, लगभग 57 कि.मी. पाईप लाईन टेस्टिंग के लंबित चल रहे कार्यों को शीघ्र करने के लिए संवेदकों से टीमें बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने ईआर प्रोजेक्ट के संवेदक को रामसीन पम्पहाउस निर्माण कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने डीआर प्रोजेक्ट में 50 प्रतिशत से कम डेवियेशन में स्वीकृत हुये कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने तथा एफआर प्रोजेक्ट में लगभग 1000 कि.मी. पाईप लाईन टेस्टिंग कार्य पूर्ण करने के लिए संबंधित अधिशासी अभियंता तथा संवेदकां को निर्देशित किया।

विज्ञापन
उन्होंने एफएचटीसी का इंन्द्राज का कार्य एमआईएस पर शीघ्र पूर्ण करते हुए जिले की प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सांचौर शहर में अमृत 2.0 कार्यो की समीक्षा के दौरान विभिन्न विभागो से जमीन आंवटन से संबंधित जानकारी ली। उन्होंने राज्य सरकार व केन्द्रीय निधि आंवटन के कारण लंबित चल रहे बिलों के भुगतान की जानकारी लेते हुए कहा कि संवेदक मार्च तक कार्यो की प्रगति को बढ़ावें ताकि विभाग से आवश्यक राशि की मांग भिजवाई जा सकें।

विज्ञापन
उन्होंने ग्राम स्तर पर एफटीके के सैम्पल जांच को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से आशा तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की आईडी जनरेट कर तथा आईएसए एजेन्सी को आवश्यक सहयोग करते हुए जांच के सेम्पल बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने जालोर व आहोर पंचायत समितियों में नल कनेक्शन से शेष चल रहे आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्राथमिकता से जोड़ने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में डीडब्ल्यूएसएम के सदस्य सचिव व पीएचईडी जालोर के अधीक्षण अभियंता संजय शर्मा ने पूर्व बैठक की पालना रिपोर्ट की जानकारी देते हुए जल जीवन मिशन की प्रगति रिपोर्ट पीपीटी में प्रस्तुत कर बताया कि जिले में नर्मदा परियोजना के डीआर, ईआर, एफआर, सीलूजैसला भाटकी तथा ओटीएमपी योजनाओं के अंतर्गत जिले के 793 गांवों के घरों में कुल 3,17,283 नल कनेक्शन दिये जाने प्रस्तावित है इसमें वृहद परियोजना अंतर्गत 3,03,982 लक्ष्य की तुलना में 1,48,225 तथा ओटीएमपी योजनाओं के अंतर्गत 13,301 लक्ष्य की तुलना में 11,890 तक नल कनेक्शन जोडे जा चुके हैं।

विज्ञापन
बैठक में स्वास्थ्य विभाग से डॉ. राजकुमार बाजिया, डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता एनएल सुथार, भू-जल विभाग से गणपतलाल, शिक्षा विभाग से नवीश माथुर, पीएचईडी परियेजना वृत सांचौर के अधिशासी अभियंता दिलीप गोपलानी, अधिशासी अभियंता परियेजना खण्ड जालोर धर्मचंन्द सोनी, सहायक अभियंता दिगम्बर सिंह, बीएन शर्मा, जिला सलाहकार डीएसयू दीपक कुमार, आईएसए से उमाकांत शर्मा, पीएचईडी लैब से मोतीलाल, टीपीआई जेजेएम से बी.एस.यादव तथा पीएचईडी परियोजना के संवेदक इत्यादि उपस्थित रहे।