लेटा महंत से आशीर्वाद लेने पहुंचे अभयदास, बोले- सरकार चाहेगी तो कथा वाचन करुंगा, लेकिन अब आयोजन करवाने की रिस्क लेने को कोई तैयार नहीं

लेटा महंत से आशीर्वाद लेने पहुंचे अभयदास, बोले- सरकार चाहेगी तो कथा वाचन करुंगा, लेकिन अब आयोजन करवाने की रिस्क लेने को कोई तैयार नहीं
  • आयोजन करवाने की इच्छा रखने वालों को लेनी होगी कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी 

दिलीप डूडी, जालोर. तखतगढ़ के कथा वाचक अभयदास शनिवार को लेटा पिपलेश्वर मठ पहुंचे, जहां उन्होंने महंत रणछोड़ भारती से आशीर्वाद लिया, काफी देर इंतजार के बाद कानिवाड़ा हनुमान मंदिर में दर्शन करते हुए वापस लौट गए। लेटा में अभयदास ने महंत रणछोड़ भारती से जालोर में कथा वाचन की इच्छा जताई, महंत ने कहा कि श्रावण महीने में ईश्वर का नाम लेने से कौन रोकता है, बस किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए।

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अभयदास के लेटा पहुंचने की खबर मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक गौतम जैन, कोतवाल अरविंद पुरोहित भी जाब्ते के साथ पहुंच गए। साथ ही दो दिन पहले जालोर में अभयदास की कथा का आयोजन करवाने को लेकर आवेदन करने वाले लोग भी लेटा पहुंचे, लेकिन अभयदास ने उन्हें भी स्पष्ट कह दिया कि कथा वे उनकी इच्छानुसार ही करेंगे, किसी के नियंत्रण में नहीं रहना चाहते, इस बात को लेकर कथा आयोजन के इच्छुक लोगों ने भी आयोजन करवाने से हाथ खींच लिए। कानून व्यवस्था को देखते हुए वो भी रिस्क नहीं लेना चाहते।

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उन्होंने अभयदास को स्पष्ट कह दिया कि सरकार लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सख्त है, ऐसे में कथा आयोजन की अनुमति लेने वालों के आदेश की पालना तो करनी पड़ेगी, अन्यथा व्यवस्था संभालना मुश्किल रहेगा, इतना कहते हुए लोग वापस जालोर आ गए। वहीं अभयदास करीब 4 बजे तक लेटा महंत के पास बैठे रहे, फिर वापस रवाना हो गए।

छिटकने लगे समर्थक

लेटा मठ में पहुंचते ही अभयदास ने लेटा महंत रणछोड़ भारती का एक वीडियो बनाया, जिसमें महंत यह कहते हुए बोल रहे है कि कथा करनी चाहिए, यह वीडियो अभयदास के साथियों ने महंत को बिना बताए बना दिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, ताकि उनके अभयदास के समर्थक लेटा पहुंच जाए, लेकिन महंत को इस बात की भनक लगने पर उन्होंने नाराजगी जताई।

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वहीं इक्का-दुक्का को छोड़कर अभयदास के समर्थक भी लेटा नहीं पहुंचे। बताया जा रहा है कि 24 जुलाई को राज्यपाल दौरे के दौरान कथा वाचन के आयोजन की अनुमति की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वालों के विरुद्ध पुलिस अब सख्ताई दिखाने वाली है। राजकार्य में बाधा डालने के आरोप में अज्ञात के विरुद्ध पुलिस पहले ही मामला दर्ज कर चुकी है, अभय कमांड के कैमरों व पुलिस की वीडियो रिकॉर्डिंग खंगाले जा रहे है, जिनमें बोतलें व पत्थर फेंकने वाले चेहरे ढूंढे जा रहे हैं। इस कारण अब अभयदास के समर्थक भी छिटकने लगे हैं।