पूर्व पार्षद सांखला ने नगरपरिषद प्रशासक पर लगाए गम्भीर आरोप, उच्च स्तरीय जांच की रखी मांग

- निवर्तमान पार्षद ने प्रेस वार्ता कर लगाए कई गंभीर आरोप
जालोर. नगर परिषद के पूर्व पार्षद लक्ष्मणसिंह सांखला ने मंगलवार को राजीव गांधी भवन में प्रेस वार्ता कर जालोर एडीएम व नगरपरिषद के प्रशासक पर गम्भीर आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। आरोप लगाया कि पिछले दिनों नगर परिषद में पांच कर्मचारियों की नियुक्ति एक आईएएस अधिकारी के कथित फर्जी साइन से होने की जानकारी सामने आई तो उसमें अब तक डीडीआर कहां है कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई और एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के फर्जी साइन का लेटर कर्मचारियों को ज्वॉइन का जारी हो जाता है और उसमें अब तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई। 25 जून 2025 को भर्ती हुई, लेकिन आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, यह तो गनीमत रही कि नियुक्ति नहीं हो पाई नहीं तो इनका रिकॉर्ड सर्विस बुक में दर्ज हो जाता और फिर मामला कोर्ट में जाता।
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सांखला ने आरोप लगाया कि 22 पट्टे जो जारी हुए है उनमें पांच को छोड़कर 17 पट्टे आपने तहसीलदार के माध्यम से लिए, क्या आपके पास कार्यालय की प्रति नहीं थी, आपने पट्टा धारक की प्रतियों को मंगवाया जो हास्यापद है। उन्होंने कहा कि फर्जी पट्टों की जांच करवानी है तो नगर परिषद में करवाए और नगर परिषद के किसी कर्मचारी व कृषि शाखा के किसी तकनीकी कर्मचारी को शामिल किया जाए। सांखला ने पिछले पांच साल में जारी हुए सभी पट्टों की जांच की मांग रखी।
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सांखला ने आरोप लगाया कि एक दलित कर्मचारी को बिना कारण बताओ नोटिस जारी किए निलंबन की कार्रवाई करना इतिश्री है। सांखला ने शेरू खान नाम के व्यक्ति के नाम का पट्टे को नियम विरुद्ध जारी करने का आरोप लगाया। साथ ही नहर क्षेत्र में दस पट्टे नियम विरुद्ध जारी करने, एक ऑटोमोबाइल कम्पनी शो रूम का वाणिज्यिक कन्वर्जन किए बिना उपयोग का आरोप लगाया। लक्षमण सांखला ने आरोप लगाया कि एडीएम पट्टों की ही जांच क्यों करते हैं?शहर में सड़कों की हालात खराब है फिर उन ठेकेदारों पर कार्यवाई क्यों नहीं होती, गलत तरीके से जारी पट्टों पर कार्यवाई क्यों नहीं होती जबकि हमने कई बार व्यक्तिगत रूप प्रशासक को दो बार अवगत करा चुके हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता बंशीलाल माली, पूर्व मनोनीत पार्षद सुरेश मेघवाल मौजूद रहे।