परिवार द्वारा निगरानी परम्परा भारतीयता की पहचान - मोहरकंवर

परिवार द्वारा निगरानी परम्परा भारतीयता की पहचान - मोहरकंवर
  • शिक्षिकाओं ने महिला संवर्ग संगोष्ठी में भाग लिया

जालोर. भारतीय सभ्यता और संस्कृति के अनुरूप सामूहिक परिवार में बच्चों का लालन पालन और उनके कार्यों पर निगरानी एक अच्छी परंपरा थी। शैक्षिक व्यवस्था और शिक्षा संस्थानों के साथ-साथ परिवार द्वारा बालकों के दैनिक कार्यों पर निगरानी रखी जाए तो भारतीय संस्कृति अनुरूप बालकों का अनुशासित विकास संभव है। यह बात महिला संगोष्ठी में जालौर किशोर गृह की अधीक्षक मोहरकंवर ने बतौर अतिथि कही। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा जालौर का महिला संवर्ग संगोष्ठी और बैठक कार्यक्रम राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रताप चौक जालौर में रविवार को संपन्न हुआ। जालौर उपशाखा अध्यक्ष मीना परमार ने बताया कि मां सरस्वती और भारत माता को दीप प्रज्वलन से प्रारंभ कार्यक्रम में अतिथियों और महिला शिक्षकों का दुपट्टा पहनना कर स्वागत किया गया। प्रथम सत्र के दौरान मुख्य वक्ता नीलम पंवार राष्ट्र सेविका समिति ने पाथेय प्रदान करते हुए स्वदेशी संकल्प, वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्णता उत्सव के साथ-साथ रानी अबक्का देवी और उमाबाई कुंडापुर के जीवनी का उदाहरण देते हुए महिला सशक्तिकरण और शिक्षा और भारतीय इतिहास पर प्रकाश डाला। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ममता अग्रवाल ने शिक्षिकाओं को राष्ट्र निर्माण के लिए अनुशासित शिक्षा के लिए आगे आने का हवन किया। द्वितीय सत्र में महिला मंत्री रचना नवल ने पांच परिवर्तन के सिद्धांतों को समझाते हुए सभी को सक्रिय कार्य करने के लिए प्रेरणा प्रदान की। 

शिक्षक संघ राष्ट्रीय की संभाग संयुक्त मंत्री रेखा राठौड़ के नेतृत्व मे अतिथियों और मुख्य वक्ता शिक्षिकाओं का स्मृति चिह्न द्वारा बहुमान किया किया। अंतिम सत्र के दौरान खुला सत्र का आयोजन कर महिला संवर्ग ने शिक्षा और शिक्षार्थी के हित में जिला और प्रदेश संगठन के निर्देशानुसार चर्चा कर राष्ट्र के लिए शिक्षा में सहयोग की भूमिका को लेकर मंथन होगा। महिला संगोष्ठी में विमलापूरी, अर्चना जीनगर, गीता परमार, कविता तिवारी, संतोष, मंजू चौधरी, विद्या ओझा, सुमित्रा खोखर, सीमा, शारदादेवी सहित ब्लॉक की महिला शिक्षिकाओं ने भागीदारी की।

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संगोष्ठी में व्यवस्था हेतु सहयोगार्थ जिला अध्यक्ष हीरसिंह राठौड़, जिला संगठन मंत्री शांतिलाल दवे, सह संगठन मंत्री गणपतसिंह मंडलावत, कोषाध्यक्ष नाथाराम भाटी, कृष्णपालसिंह सामूजा,मनोज दवे, जयेश कुमार, करणसिंह, मुकेशकुमार, कन्हैयालाल, आनंदसिंह, बाबूलाल, रघुनाथ बिश्नोई, अनंत भट्ट सहित राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।