पत्रकार हितों की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहा है आईएफडब्ल्यूजे - दवे

पत्रकार हितों की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहा है आईएफडब्ल्यूजे - दवे

जालोर. इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट पत्रकार संगठन की स्थापना दिवस की 75 वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को जालोर स्थित सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय हॉल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के दौरान पीआरओ कार्यालय से सेवानिवृत्त अशोक दवे ने कहा कि पत्रकारों के हितों की रक्षा को लेकर आईएफडब्ल्यूजे सदैव तैयार रहा है। दवे ने कहा कि समय के साथ पत्रकारिता में भी बदलाव आया है। नई तकनीक में पत्रकारों के लिए चुनौतियां भी बढ़ गई है। इसलिए संगठन के माध्यम से पत्रकार इन चुनौतियों को पार कर सकता है। इसमें आईएफडब्ल्यूजे संगठन अग्रणी है।

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जालोर नागरिक बैंक के पूर्व अध्यक्ष नितिन सोलंकी ने कहा कि लोकतंत्र के तीनों स्तम्भों की धुर्री मीडिया है, मीडिया को अपनी कसौटी पर खरा रहना होगा, इसके बावजूद कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। मुश्किल परिस्थितियों में पत्रकारों के लिए आईएफडब्ल्यूजे जैसे संगठन मजबूती के साथ खड़े रहते है। पत्रकारों को भी अपनी तकनीक बढ़ाने के साथ डिजिटल माध्यम के दौर में प्रतिष्ठा कायम रखनी होगी। तभी पाठक विश्वास रख पाएंगे।

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आईएफडब्ल्यूजे के जिलाध्यक्ष दिलीपसिंह बालावत ने आईएफडब्ल्यूजे संगठन के बारे में बताते हुए कहा कि करीब 30 हजार प्राथमिक सदस्यों से भी अधिक संख्या में पत्रकार इस संगठन का हिस्सा बन चुके हैं। करीब 17 भाषाओं में 12 हजार से अधिक प्रकाशनों और कई चैनलों का प्रतिनिधित्व करते है, जिससे आईएफडब्ल्यूजे जैसे संगठन की जिम्मेदारी और बढ़ गई है, बालावत ने कहा कि पत्रकारों को अपनी कसौटी पर खरा रहना होगा, संगठन सदैव हितों की रक्षा में तैयार रहेगा। इस अवसर पर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल मीडिया के कई पत्रकारबन्धु उपस्थित थे।