गोशाला की सहायता को लेकर चलाया जाएगा विशेष अभियान, जिला न्यायाधीश गुप्ता ने ली अधिकारियों की बैठक
- विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर की चर्चा
जालोर. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश दिनेश कुमार गुप्ता के मुख्य अतिथ्य में मंगलवार को आश्रयहीन गौवंश तथा अन्य आवारा पशुओं के कारण हो रही समस्याओं को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं गौशाला संचालकों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान उन्होंने नगर परिषद, जालोर क्षेत्र में तथा संपूर्ण जिले में सड़कों पर घूम रही गायों और नंदियों पर चिंता व्यक्त करते हुए उपस्थित अधिकारियों एवं गौशाला संचालकों व स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों से आह्वान किया कि सभी एक मंच पर आकर आश्रयहीन गौवंश की समस्या के समाधान के लिए उचित समाधान करने में अपना योगदान देवें।

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उन्होंने कहा कि इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय सभी पर बाध्यकारी होते हैं तथा संविधान के अनुच्छेद 141 व 144 के तहत सभी का कर्तव्य है कि उन निर्णयों की पालना की जावें। उन्होंने युवा पीढ़ी में ड्रग्स लेने की भयावह प्रवृत्ति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि अगर इस पर तुरंत रोकथाम नहीं की गई तो भावी पीढ़ी अंधकार में डूब जाएगी। उन्होंने इस पर भी जन जागरूकता के साथ रोकथाम के लिए उचित पहल की आवश्यकता जताई। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम गोदारा को कहा कि पुलिस इस पर प्रभावी कार्य योजना बनाकर बनाकर बीच के पेडल्र्स को पकड़कर तथा आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने की बात कहीं। इस दौरान न्यायाधीश गुप्ता ने रैन बसेरों में आने वाले लोगों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बात कही। बैठक में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अहसान अहमद व नगर परिषद के प्रशासक नन्द किशोर राजौरा व आयुक्त दिलीप माथुर ने वर्तमान में जालोर शहर में दो रैन बसेरे संधारित होने के बारे में जानकारी दी। इस दौरान कार्यवाहक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेन्द्र सिंह चारण ने पंचायती राज कानून, नगर पालिका कानून के विभिन्न प्रावधानों एवं उच्च न्यायालय व उच्चतम न्यायालय की ओर से पारित किए गए निर्णयों के बारे में जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भैराराम जाणी ने सुझाव दिया कि सांचैर में गौ मूत्र, गोबर से आर्गेनिक खाद बनाने के प्लांट की विस्तार से जानकारी देते हुए इसके माॅडल को पूरे जिले में लागू किया जाए तो गौ शालाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो सकती है। नगर परिषद के प्रशासक नंद किशोर राजौरा ने बताया कि गौ शालाओं को दिया जाने वाला अनुदान बहुत कम है।

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नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने बताया कि आवारा पशुओं को पकड़ने का काम उनको ठेके पर दिया हुआ है तथा ठेकेदार के वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में होने से उक्त काम प्रभावित हुआ है। बैठक के दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष खसाराम परिहार ने गोवंश को लेकर आवश्यक सुझाव दिए एवं गौशालाओं को दिए जाने वाले अनुदान में बढ़ोतरी करवाने के लिए जनप्रतिनिधियों से वार्ता की जाएगी। इस दौरान रोटरी क्लब की अध्यक्ष विनिता ओझा ने बताया कि छोटे पशु पालकों को जागरूक करने की आवश्यकता है, वहीं लोग अपने पशुओं को दिन में सड़कों पर घूमने के लिए छोड़ देते हैं। बैठक के दौरान सिंग्ल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर मंथन किया गया। राजौरा व विनिता औझा ने बताया कि आमजन को जूट व कपड़े के थैले वितरित करने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ समय बाद से ही वापस उपभोक्ता द्वारा थैली के उपयोग को छोड़ दिया जाता है, जिससे सिंग्ल यूज प्लास्टिक की डिमांड बढ़ती है। दुकानदार के ग्राहक नहीं आने के कारण दुकान चलाने के चक्कर में प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करते हैं, उन्होंने इस पर जन जागरूकता अभियान चलाने एवं प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करने वाले दुकानदारों पर कार्यवाही की जाए तो इस पर रोक लग सकती है।

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जिला न्यायाधीश ने इस पर उपस्थितजनों को सुझाव देने की बात कहीं। बैठक के दौरान जिला कारागृह की अधीक्षक संपति बामणिया, जिला शिक्षा अधिकारी भंवरलाल परमार, महाविद्यालय के प्रिंसिपल मनीष अखावत, पीएमओ वी पी मीणा, जिला रोजगार अधिकारी राजीव कुमार सुथार, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक संग्रामाराम देवासी, महावीर गौशाला महावीर भंडारी, शांतिनाथ गौशाला के नैनसिंह, प्रहलादसिंह सांकरणा, रोटरी क्लब के सहायक प्रांतपाल डाॅ पवन औझा उपस्थित रहे।