एफसीएम “पिंक पखवाड़ा” प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
जालोर. मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने और परिवार केंद्रित स्वास्थ्य सेवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एफसीएम पिंक पखवाड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को ग्रेनाइट एसोसिएशन सभागार तृतीय चरण जालोर में किया गया।

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कार्यक्रम में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार बाजिया ने बताया कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्राथमिकता है, और एफसीएम पिंक पखवाड़ा इस दिशा में समुदाय की भागीदारी बढ़ाने का सशक्त माध्यम है। एफसीएम पिंक पखवाड़ा 17 से 30 नवम्बर 2025 तक संचालित किया जाएगा एवं इसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, किशोरियों एवं परिवारों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना, जोखिम गर्भावस्था की पहचान, संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करना और मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है।

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उन्होंने कार्यक्रम के दौरान परिवार केंद्रित मातृ स्वास्थ्य सेवाओं की अवधारणा, एनीमिया, एएनसी जांच, प्रसवोत्तर देखभाल, पोषण एवं स्तनपान का महत्व, किशोर स्वास्थ्य और परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों के बारे में जानकारी दी।

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कार्यक्रम के दौरान आरसीएचओ डॉ बाजिया ने एफसीएम (फेरिक कार्बोक्सीमल्टोज) इन्जेक्शन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एफसीएम इन्ट्राविनस आयरन होता है जो आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया प्रबंधन में बहुत उपयोगी सिद्ध होता है, एफसीएम को गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे ट्राइमेस्टर में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया प्रबंधन के लिए दिया जाता है। उन्होंने एफसीएम लगाने पर रखने वाली सावधानियां एवं एफसीएम की डोज के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

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उन्होने बताया कि इस पखवाड़े के माध्यम से एनीमिया मुक्त भारत अभियान, टीकाकरण पूर्णता एवं पोषण सुधार पर विशेष जोर दिया जाएगा। उन्होंने सभी स्वास्थ्यकर्मियों से अपेक्षा की कि वे इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।

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प्रशिक्षण में समस्त बीसीएमओ, चिकित्साधिकारी, बीएनओ, डॉ. राजसिंह भंडारी, चंद्रशेखर जैन, रमेश पन्नू, हरफूल घिंटाला, इमरान बेग, नरेंद्र कुमार, पुष्पेंद्र सिंह, गुलाम खान, आरिफ खान समेत कई जन उपस्थित रहे।