फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाकर जमीन हड़पने का मामला दर्ज

फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाकर जमीन हड़पने का मामला दर्ज

जालोर. जालोर जिले के बिशनगढ़ थाने में 3 दिसम्बर 2025 बुधवार को फर्जी तरीके से पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर जमीन हड़पने का मामला दर्ज हुआ है। मामले में 7 लोगों को इसमें आरोपी बनाया गया है। रिपोर्टकर्ता ने उक्त जमीन वर्ष मार्च 2022 में जिस व्यक्ति से खरीदी थी, उसके ही भतीज पर वापस हड़पने का आरोप लगाया गया है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अब जांच में जुटी है।

जानिए ... पूरा मामला

जसवंत कुमार जैन पुत्र नरेन्द्र कुमार जैन निवासी 14-1-399, आगापुरा, गौसामहल, हैदराबाद (तेलंगाना) हाल-शान्तिपुरा सायला, तहसील सायला (जालोर) ने बिशनगढ़ थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसने 08 मार्च 2022 को ग्राम कतरासन के खसरा नम्बर-154/658 व 764/158 भूखण्ड जीवनसिंह पुत्र मंगलसिंह राजपूत, निवासी कतरासन, तहसील व जिला जालोर से खरीदा था। बेचाननामा संख्या-202201104002999 उप पंजीयक कार्यालय जालोर में रजिस्ट्री खरीद करवाई थी। रजिस्ट्री (बेचाननामा) पंजीयन करवाते समय उनके साथ विमलचन्द जैन पुत्र पारसमल, निवासी सायला एवं भैरूसिंह पुत्र मंगलसिंह बालावत निवासी कतरासन थे, जिन्होंने उक्त रजिस्ट्री में साख दी थी एवं उसके नाम से म्युटेशन संख्या-573, दिनांक 05.04.2022 को हुआ था। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि गौतमचन्द पुत्र मांगीलाल जैन निवासी सायला, तहसील सायला, जिला जालोर ने कुटरचित दस्तावेज बनाकर मेरे नाम का मुख्त्यारनामा बना लिया। उक्त आम मुख्त्यारनामा पर गौतमचन्द ने मेरे जाली/फर्जी हस्ताक्षर व अंगुठे कर लिये और एम.एस. राठौड, नोटेरी पब्लिक जोधपुर से अटेस्टेड करवाकर फर्जी पॉवर ऑफ अटोर्नी धोखा देने की नियत से बनवा लिये। उक्त पॉवर ऑफ एटोर्नी में चम्पालाल राजपुरोहित पुत्र भुराराम व मोहित कुमार पुत्र गेनाराम, निवासी मेंगलवा ने साख दी है। दस्तावेज पर मैंने कभी हस्ताक्षर व अंगुठे नहीं किये है एवं ना ही कोई पॉवर ऑफ एटोर्नी किसी को आज दिनांक तक जारी की है। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि जाली पॉवर ऑफ एटोर्नी बनवाने के बाद दिनांक 13 नवम्बर 2025 को गौतमचन्द ने मुझे पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत कतरासन में मेरी खरीद की हुई आराजी के खसरा नम्बर-154/658 व 764/158 उम्मेदसिंह पुत्र बाबूसिंह राजपूत, निवासी राजपूतों का वास, कतरासन, तहसील व जिला जालोर को उप पंजीयक कार्यालय जालोर के साथ मिलावट कर जरिये रजिस्ट्री (जरिये पॉवर ऑफ एटोर्नी) बेचान कर दी है। उक्त रजिस्ट्री में साख पारसमल पुत्र सरदारमल पुरोहित निवासी आथयनावास आलासन व कान्तिलाल जैन पुत्र कन्दनमल जैन, निवासी शान्तिपुरा सायला, जिला जालोर की है। रिपोर्ट में जसवंत जैन ने बताया कि 21 नवम्बर 2025 को 8 लाख रूपये मेरे खाता संख्या-089104000028413 आईडीबीआई बैंक, शाखा विजयवाडा में उमेदसिंह के नाम से ट्रांसफर हुए एवं वापस दिनांक 28.11.2025 को फिर उमेदसिह द्वारा 8 लाख रूपये मेरे उक्त खाते में आये। जिस पर मुझे शक होने पर मैंने वापस उक्त रकम ट्रांसफर कर दी। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि मैं वापस जालोर आया तब गौतमचन्द द्वारा उक्त रजिस्ट्री करवाने की जानकारी मुझे गांव के लोगों ने दी है एवं जानकारी हुई है कि गौतमचन्द ने बाबूसिंह पुत्र मंगलसिंह राजपूत, निवासी कतरासन, तहसील व जिला जालोर के साथ मिलाकर उक्त साजिश को अंजाम दिया है। रिपोर्ट में बताया कि बाबूसिंह को यह ज्ञात था कि उक्त खातेदारी की पॉवर ऑफ एटोर्नी जाली/फर्जी है एवं दिनांक 08 मार्च 2022 को जीवनसिह से जमीन खरीदते वक्त बाबूसिह व गौतमचन्द प्रारम्भ से ही साथ थे एवं उन्होंने षडयंत्र पूर्व में ही कर लिया था।बाबूसिंह, जीवनसिंह का सगा भाई है एवं पॉवर ऑफ एटोर्नी के जरिये बाबूसिह ने उक्त खातेदारी षडयंत्रपूर्वक अपने पुत्र उमेदसिह के नाम से करवाई है। जिससे उससे पूरे मामले की जानकारी थी। उक्त समूची जानकारी मुझे आज ही हुई है, जो आज मुझे पुरी जानकारी होने पर रिपोर्ट पेश कर कुटरचित दस्तावेज बनाने वाले गौतमचन्द व उसके सहयोगी उमेदसिंह, बाबूसिंह रजिस्ट्री में साख देने वाले पारसमल व कान्तिलाल पॉवर ऑफ एटोर्नी में साख देने वाले मोहित व चम्पालाल राजपुरोहित एवं सभी इस साजिश में शामिल व्यक्तियों को तुरन्त गिरफ्तार करावें।

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रिपोर्ट में बताया कि मेरे फर्जी हस्ताक्षर व अंगूठे की तुरन्त जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की।

इनका कहना है...

मैंने मार्च में यह जमीन खरीदी थी, इन लोगों ने मिलकर मेरे नाम के जाली दस्तावेज बनाए और मेरी फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाकर जमीन खरीद फरोख्त कर हड़पी है। इसकी कार्रवाई के लिए बिशनगढ़ में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

-जसवंत कुमार जैन, रिपोर्टकर्ता

मैं जमीनों का कामकाज करता हूँ। यह पावर ऑफ अटॉर्नी जसवंत जैन ने ही मुझे दी है, फर्जी नहीं है। इसके अलावा भी जमीन मामले की भी पावर ऑफ अटॉर्नी मेरे पास थी। हमारे पुराने सम्बन्ध है, यह जमीन मैंने इनको बताकर ही बेची है। आरोप झूठे लगा रहे हैं।

-गौतमकुमार, (जिन पर आरोप)

हमने तो ब्रोकर से खरीदी है, दस्तावेज अगर किसी ने गलत बनाए है तो पुलिस उसकी जांच कर लेगी। बाकी हमने तो कोई फर्जीवाड़ा किया नहीं है।

-बाबूसिंह (खरीदार उम्मेदसिंह के पिता)