रक्तकोष फाउंडेशन “भारत एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025” से सम्मानित, रक्तदान के माध्यम से पेश की मानवता की अनूठी मिसाल

रक्तकोष फाउंडेशन “भारत एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025” से सम्मानित, रक्तदान के माध्यम से पेश की मानवता की अनूठी मिसाल

जालोर/जयपुर. रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं और मानवता के प्रति समर्पण के लिए रक्तकोष फाउंडेशन को भारत बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स – इंडिया द्वारा प्रतिष्ठित “भारत एक्सीलेंस अवॉर्ड 2025” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान संस्था को देशभर में आयोजित अब तक के सबसे बड़े रक्तदान अभियान के लिए प्रदान किया गया। जिसमें 1,50,000 यूनिट से अधिक रक्तदान करवाकर एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया गया।

रक्तकोष फाउंडेशन की स्थापना 14 जून 2018 को मानव सेवा एवं जीवन रक्षा के उद्देश्य से की गई थी। स्थापना के बाद से यह संस्था निरंतर जनसेवा हेतु तत्पर रहते हुए देशभर के हर जरूरतमंद मरीज तक समय पर रक्त पहुँचाने के लिए कार्यरत है। संस्था का प्रमुख उद्देश्य — “हर जरूरतमंद को सहजता से रक्त उपलब्ध कराना” — को साकार करने के लिए फाउंडेशन ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, रक्तदाता नेटवर्क और व्यापक जनजागरूकता अभियानों को अपनाया है।

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संस्थापक आईएएस डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने इस सम्मान पर कहा कि रक्तदान केवल सेवा नहीं, बल्कि जीवनदान है। हर रक्तदाता मानवता का सच्चा प्रहरी है। यह सम्मान उन सभी निस्वार्थ रक्तदाताओं को समर्पित है जिन्होंने अपनी एक बूंद से किसी के जीवन में नई उम्मीद जगाई है। उन्होंने आगे कहा कि रक्तकोष फाउंडेशन का ध्येय “रक्तदान – सबसे बड़ा मानव धर्म” को समाज में जन-आंदोलन के रूप में स्थापित करना है।

फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल बिश्नोई, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज सुथार, राष्ट्रीय महासचिव ताराचंद शर्मा, राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अनिल मर्मिट तथा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नितीशा शर्मा

अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। इसके साथ ही संभाग, जिला एवं ब्लॉक स्तर की कार्यकारिणियाँ भी रक्तदान शिविरों के आयोजन, जागरूकता अभियानों और आपातकालीन रक्त आपूर्ति के कार्य में सतत रूप से योगदान दे रही हैं।

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यह सम्मान न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। रक्तकोष फाउंडेशन ने यह सिद्ध किया है कि संगठित प्रयासों और सेवा भावना से समाज में संवेदनशीलता, सहयोग और जीवनमूल्य को नई दिशा दी जा सकती है।