मानव जीवन को बचाने में नर्सों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान - फ्रांसिस

मानव जीवन को बचाने में नर्सों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान - फ्रांसिस

जालोर. आधुनिक नर्सिंग प्रोफेशन की जन्मदात्री फ्लोरेंस नाइटेंगल के जन्मदिवस मनाया गया। इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय नर्सेज दिवस कार्यक्रम का आयोजन राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय एवं जनरल नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र जालोर में कैंडल लाइट सेरेमनी

एवं फ्लोरेंस नाइटेंगल शपथ ग्रहण समारोह के साथ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजकीय नर्सिंग स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल मिनी डी फ्रांसिस,राजकीय चिकित्सालय के नर्सिंग अधीक्षक विशनाराम गर्ग ने शिरकत की। अतिथियों द्वारा नर्सिंग की जन्मदात्री फ्लोरेंस नाइटेंगल एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्वलन एवं ईश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य डॉ.पवन ओझा ने कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का अभिनन्दन करते हुए अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि यह दिन दुनिया भर में स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सिंग के योगदान को पहचानने और सम्मान देने के लिए समर्पित है। यह विशेष दिन न केवल आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती मनाता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में नर्सों की अमूल्य भूमिका की याद भी दिलाता है।

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अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस 2025 का विषय " हमारी नर्सें, हमारा भविष्य, नर्स:-नेतृत्व करने की आवाज़ – गुणवत्ता प्रदान करना, समानता सुनिश्चित करना”।" है,जिसका उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य परिणाम और आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने के लिए नर्सिंग शिक्षा, अनुसंधान और कार्यबल विकास में निवेश के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी है।साथ ही नर्सिंग और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के महत्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव पर सभी का ध्यान आकर्षित करना है।मुख्य अतिथि राजकीय नर्सिंग स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल मिनी डी फ्रांसिस ने प्रशिक्षणार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस की शुभकामनाएं देकर संबोधित करते हुए कहा कि नर्सिंग एक विशिष्ट और आदर्श प्रोफेशन हैं क्योंकि एक नर्स हमेशा अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने और मरीजों को ठीक करने में निस्वार्थ रही हैं।वह संपूर्ण मानव समाज को देखभाल और स्नेह के बंधन से बांधती है। नर्सिंग का दायरा केवल अस्पताल तक सीमित नहीं है। एक नर्सें पूरी दुनिया में मानव जीवन को बचाने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है।जीएनएमटीसी प्रधानाचार्य शिव कुमार दवे ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि इन अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को एक महान सलामी की आवश्यकता है, इसलिए आज एक नर्स का सम्मान करने और उसकी सराहना करने के लिए कुछ समय जरुर निकालें।

विशिष्ट अतिथि राजकीय चिकित्सालय के नर्सिंग अधीक्षक विशनाराम गर्ग ने राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय एवं जीएनएमटीसी के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह के दौरान की गयी विभिन्न गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस दुनिया भर की नर्सों के अथक परिश्रम को सम्मान और मान्यता देने का दिन है। वे बीमारों और घायलों को शारीरिक और मानसिक राहत प्रदान करने के लिए अपना समय और ऊर्जा समर्पित करते हैं।वरिष्ठ फैकल्टी मोहनसिंह गुर्जर ने बताया कि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.पवन ओझा द्वारा प्रथम वर्ष के प्रशिक्षणार्थियों को लैंप लाइटिंग सेरेमनी के साथ नाइटेंगल शपथ दिलायी गयी।विभिन्न साप्ताहिक गतिविधियों में विजेता रहे प्रशिक्षणार्थियों को भी कार्यक्रम के दौरान पुरुस्कृत किया गया।कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों द्वारा कई मनमोहक नृत्य,गायन,नाट्य प्रस्तुतियाँ दी गयी।कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी सुरेश गर्ग द्वारा किया गया।

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कार्यक्रम के दौरान नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य डॉ.पवन ओझा,जीएनटीसी प्रधानाचार्य शिव कुमार दवे ,नर्सिंग फैकल्टी मोहन सिंह गुर्जर,यशवंत पुंसल,सुरेश गर्ग ,डिंपल गर्ग ,भूपेन्द्र कुमार ,कमलेश कुमार ,विजयलक्ष्मी दवे सहित कई संख्या में स्टाफ एवं प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।