झाब के स्थान पर भादरुणा को पंचायत समिति करने का विरोध, भाजपाइयों समेत ग्रामीणों ने जताया आक्रोश
जालोर. नवसृजित झाब पंचायत समिति को 29 दिसम्बर2025 के एक नोटिफिकेशन में संशोधन कर भादरुणा कर दिया गया। इस आदेश के बाद भाजपाइयों समेत ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बन गया। भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री महेंद्रसिंह चौहान समेत ग्रामीणों ने मंगलवार को प्रदर्शन कर सरकार से पुनः संशोधन की मांग की। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया कि प्रासंगिक अधिसूचना के द्वारा क्रम सं. 19 पर पंचायत समिति का नाम झााब को संशोधित कर भादरूणा किया गया है जो न्यायोचित नहीं है।

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उन्होंने बताया कि संशोधन में विभागीय अधिसूचना संख्या क्रमांक 15 (36) पुनर्गठन / विधि/पंरा/2024/790 दिनांक 20.11.2025 एवं संख्या एफ.15 (39) पुनर्गठन / विधि / पंचायम समिति गठन /2025/831 दिनांक 21.11.2025 जिला जालोर की ग्राम पंचायतों एव पचायत समितियों के पुनर्गठन / पुनर्सीमांकन / नवसृजन बाबत दिनांक 21.11.2024 एवं 24.11.2025 को राजस्थान राजपत्र विशेषांक भाग 6 (ग) में प्रकाशित अधिसूचनाओं में लिपिकिय त्रुटिवश गलत प्रकाशन होने की वजह से व प्राप्त अभ्यावेदनों के निस्तारण पश्चात, संशोधन कर शुद्धि पत्र जारी करना बताया गया है। उक्त संशोधन लिपिकिय त्रुटिवश गलत प्रकाशन से तो बिल्कुल नहीं किया गया है। गलत अभ्यावेदन के आधार पर संशोधन किया गया होगा इस संबंध में हमारी यह आपत्ति है कि पूर्व में पंचायत समिति झाब नाम किया गया था वह प्रकियान्तर्गत शतप्रतिशत सही किया गया था क्योकि झाब गांव जनसंख्या की दृष्टि से बड़ा कस्बा है, गांव में पुलिस थाना है. गांव में विभिन्न बैंके है, कॉलेज है. राज्य राजमार्ग से जुड़ा हुआ है व नवसृजित पंचायत समिति झाब सभी ग्राम पंचायतों के मध्य होने से आवागमन में भी सुलभ है। अतः सशोधन कर जो भादरूणा किया गया है वह गांव किसी भी स्तर से पंचायत समिति मुख्यालय के अनुकूल गांव नहीं है। ग्रामीणों ने सरकार से निवेदन किया कि पुनः न्यायपूर्ण परीक्षण करवारकर झाब पंचायत समिति को यथावत करें।