जालोर जिले में 5 से 20 जून तक जल संग्रहण एवं जल संरक्षण पखवाड़ा का होगा आयोजन

- 5 जून को गंगा दशमी एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक ग्राम एवं शहर में समस्त विभागों द्वारा जल स्रोतों, नदियों, जलधारा एवं तालाब पर पूजन कलश यात्रा, जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे
जालोर . आगामी मानसून से पूर्व राज्य में वर्षा जल के अधिक से अधिक संग्रहण तथा विद्यमान जल स्त्रोतों के रख-रखाव एवं स्वच्छता के लिए जिले में 5 जून से 20 जून, 2025 तक जल संग्रहण एवं जल संरक्षण पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।
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जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदकिशोर राजोरा ने बताया कि जिले में गंगा दशहरा के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाकर नरेगा में निर्मित तालाब, अमृत सरोवर, नाड़ी, बावड़ी, टांका इत्यादि पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जल स्त्रोतों पर स्वच्छता के लिए जन भागीदारी से साफ-सफाई का कार्य किया जायेगा। प्रत्येक ग्राम में शामिल गतिविधियों में राजीविका के ग्राम स्तरीय संगठन को जोड़ा जायेगा साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि, समस्त राजकीय-कर्मचारी, आमजन एवं स्वयंसेवी संगठन के माध्यम से जल संग्रहण संरचनाओं पर जल पूजन, कलश यात्रा, जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान आयोजित किया जायेगा।
पखवाड़े के दौरान ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जिले में हरियालो राजस्थान के वृक्षारोपण महाअभियान के तहत जिले की 305 ग्राम पंचायतों में 323 पौधारोपण स्थल का चयन किया जाकर 5.49 लाख पौधों का रोपण किया जायेगा। जिले में नवाचार करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत के चारागह में फेशिंग (तारबंदी), गेट मय दरवाजा एवं पानी का टांका मय पानी की सप्लाई एसएफसी योजना से कन्वर्जेंस करके बनाया जायेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक चारागाह का चयन कर उमें 1800 से 2000 तक पौधों का रोपण किया जायेगा। वन विभाग द्वारा पौधारोपण के लिए अग्रिम मृदा कार्य जैसे-खड्डे खोदना, कन्टूर एवं स्टैगडर्स ट्रैन्चज के कार्य करवाए जाएंगे। पंचायतीराज विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जल संग्रहण संरचनाओं के आस-पास स्वच्छता एवं जलकुंभी हटाने का अभियान चलाया जायेगा। सोख्ता पीट/मैजिक पीट का कार्य आरंभ करवाया जायेगा।
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जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग द्वारा जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 प्रथम चरण में पूर्ण हो चुके कार्यों का जनप्रतिनिधियों द्वारा लोकार्पण करवाया जाकर ग्रामवासियों को जल संचय की शपथ दिलवाई जायेगी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 द्वितीय चरण के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों की वित्तीय स्वीकृति जारी कर वर्षा पूर्ण पूर्ण किए जाने वाले कार्यों का शिलान्यास किया जायेगा तथा प्रथम व द्वितीय चरण में चयनित ग्रामों में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जलग्रहण रैली का आयोजन किया जायेगा।
जल संसाधन विभाग द्वारा बांकली एवं बाण्डी सेणधरा बांध पर स्वच्छता एवं रख-रखाव के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा। वर्षा पूर्व की जाने वाले मरम्मत कार्यों को पूर्ण कराया जायेगा एवं बांधों में दीप प्रज्ज्वलन का कार्य गंगा दशहरा पर किया जायेगा। नगर परिषद जालोर द्वारा सुन्देलाव तालाब, तासखाना बावड़ी पर साफ-सफाई एवं मरम्मत का कार्य किया जायेगा एवं जल कुम्भी हटाने का कार्य भी किया जायेगा।
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जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा कर्म भूमि से मातृ भूति अभियान के तहत अधिक से अधिक रिचार्ज/जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण भामाशाहों, प्रवासी राजस्थानियों के माध्यम से काउण्ड फण्डिंग द्वारा व कॉरपोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी निधि के तहत किया जायेगा एवं जल बचत के लिए जन जागरूकता अभियान एवं रैली का आयोजन किया जायेगा। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं के तहत फार्म पौण्ड, ड्रिप तथा स्प्रिंकलर सिस्टम की स्वीकृतियां जारी कर अधिकतम काश्तकारों को लाभान्वित किया जायेगा। उद्योग विभाग द्वारा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत सीएसआर के लिए एमओयू सम्पादित करने के लिए कॉनक्लेव आयोजित किया जायेगा तथा अभियान के दौरान जन जागरण के लिए ग्राम स्तर पर व्यापक कार्यक्रम यथा-चौपाल, रैली, गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक इत्यादि आयोजित किए जाएंगे।