मन्दिर में आशीर्वाद लेकर ड्यूटी पर लौट रही महिला कांस्टेबल चूकी देवी की दुर्घटना में मौत

मन्दिर में आशीर्वाद लेकर ड्यूटी पर लौट रही महिला कांस्टेबल चूकी देवी की दुर्घटना में मौत
  • हमेशा लगाती थी हेलमेट, लेकिन घटना के दिन हेलमेट लगाने से भूल गई थी कांस्टेबल

जालोर. जालोर जिले के सांचौर वृत्ताधिकारी कार्यालय में कार्यरत महिला कांस्टेबल चूकी देवी की सोमवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह घटना सुबह करीब 11 बजे सांचौर मुख्यालय से बाड़मेर की साइड कार्यालय से कुछ किलोमीटर दूर हुई। पुलिस के अनुसार वृत्ताधिकारी कार्यालय में कार्यरत कॉन्स्टेबल चूकी देवी उसके पति डूंगरी निवासी प्रकाश भादू के साथ सुबह किसी मंदिर में आशीर्वाद लेने गई थी, उसका पति ट्रॉली गाड़ी में फ्रूट का व्यवसाय करता है।

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वापस आते समय पति को फ्रूट गाड़ी के पास छोड़कर चूकी देवी अकेली मोटरसाइकिल पर वृत्ताधिकारी कार्यालय में ड्यूटी के लिए रवाना हो गई। इस दौरान मुख्यालय से कुछ किलोमीटर दूरी पर एक भारी वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास किया, लेकिन सड़क किनारे पटरी ठीक नहीं होने के चलते मोटरसाइकिल असन्तुलित हो गई और भारी वाहन के आगे के हिस्से से टकरा गई। टक्कर लगने से चूकी देवी मोटरसाइकिल से उछलकर सड़क पर गिर गई। उसके सिर में गम्भीर चोट लगने से काफी खून बह गया। जानकारी मिलते ही पुलिस व एम्बुलेंस से उसे गुजरात उपचार के लिए ले जाते समय रास्ते में दम टूट गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया अपनाने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया। पुलिस उप अधीक्षक जयराम मुंडेल ने बताया कि भारी वाहन को जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

एक चूक पड़ गई भारी

जानकारों ने बताया कि कांस्टेबल चूकी देवी अनुशासित सिपाही थीं। वे हमेशा मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर ही ऑफिस आती थी, लेकिन सोमवार को जल्दबाजी में हेलमेट भूल गई। जानकारों ने बताया कि जिस प्रकार से चूकी देवी खीचड़ गिरी है, अगर हेलमेट होता तो सिर में गम्भीर चोट से सम्भवतया बचाव होता, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।

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जालोर एसपी ने दे रखी है सख्त हिदायत

जालोर एसपी शैलेंद्रसिंह इंदौलिया ने सड़क सुरक्षा नियमों की पालना को लेकर सख्त हिदायत दे रखी है। इसकी शुरुआत एसपी ने स्वयं के कार्यालय से ही की थी, एसपी इंदौलिया ने ज्वॉइन करते ही अपने कार्यालय में तैनात स्टाफ को स्पष्ट कहा था कि कोई भी पुलिस कार्मिक ऑफिस आते समय मोटरसाइकिल पर हेलमेट नहीं लगाएगा तो उसकी गेर हाजिरी लगा दी जाएगी, इसका काफी व्यापक असर भी पड़ा। एसपी का कहना था कि पुलिस अपने स्वभाव में यह लाए तो जनता भी जागरूक होकर स्वतः हेलमेट लगाना शुरू करेगी। इस कारण मुख्यालय पर आने वाले कार्मिक एसपी के भय से हेलमेट लगाकर ही आते है, अन्य थानों में भी असर देखा गया, लेकिन चूकी के साथ जब घटना हुई तब हेलमेट की कमी महसूस हुई।