कृषि विज्ञान केन्द्र केशवना में दो दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण में 32 महिलाओं को बाजरा के मूल्य संवर्धन व महत्व के बारे में बताया

कृषि विज्ञान केन्द्र केशवना में दो दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण में 32 महिलाओं को बाजरा के मूल्य संवर्धन व महत्व के बारे में बताया

जालोर. कृषि विज्ञान केंद्र केशवना में मंगलवार को अन्तराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस के उपलक्ष्य पर दो दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 32 ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया। 

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र की प्रसार शिक्षा विशेषज्ञ सुमन शर्मा ने ग्रामीण महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस की शुभकामनाएँ दी तथा ग्रामीण महिलाओं को महिला सशक्तीकरण एवं ग्रामीण शिल्प कला के बारे में विस्तार से बताते हुए महिलाओं को बाजरा का मूल्य संवर्धन कर उसके भविष्य एवं महत्त्व के बारे में जानकारी प्रदान की।

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केंद्र के उद्यान विशेषज्ञ डॉ. पवन कुमार पारीक ने महिलाओं को टीएसपी परियोजना के बारे में विस्तार से बताया एवं जनजातीय महिलाओं को इसका लाभ लेने की बात कही साथ ही ग्रामीण महिलाओं को फल एवं सब्जी के मूल्य संवर्धन के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।

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शस्य विज्ञान विशेषज्ञ बिरम सिंह गुर्जर द्वारा महिलाओं को खेती एवं पशुपालन में महिलाओं की भागीदारी की सराहना करते हुए महिलाओं को किचन गार्डन के बारे में जानकारी दी गई। 

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केंद्र के तकनीकी सहायक नाहर सिंह देवड़ा ने महिलाओं को खेती की रीढ़ बताया और उनको संतुलित एवं पोषण युक्त आहार के बारे में जानकारी दी तथा महिलाओं को प्रोटीन, आयरन एवं कैल्शियम युक्त भोजन के स्रोत बताकर स्वास्थ्यवर्धक भोजन करने की सलाह दी।

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अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर आयोजित मेहंदी, रंगोली आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें विजेता महिलाओं को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के मनीष चौधरी, भूपेंद्र सिंह, भवानी सिंह सहित ग्रामीण महिलाएँ उपस्थित रही।

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