वर्तमान राजनीति को गंभीरता से समझना आवश्यक-श्री प्रताप फाउंडेशन 

वर्तमान राजनीति को गंभीरता से समझना आवश्यक-श्री प्रताप फाउंडेशन 
  • श्री क्षत्रिय युवक संघ के अनुषांगिक संगठन का राजनीतिक चिंतन शिविर 

जालोर. वर्तमान लोकतांत्रिक प्रणाली में राजनीतिक रूप से मजबूत होने के लिए राजनीतिक परिपेक्ष्य को समझ कर धरातल पर कार्य करना आवश्यक है। संगठित होकर सामाजिक बल को संघीय रूप में बताने पर हम आज के राजनीतिक माहौल में सफल हो सकते हैं।

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इसके लिए हमें समाज को लोकतंत्र में राजनीतिक रूप से सजग और सक्रिय बनाना पड़ेगा। यह बात श्री क्षत्रिय युवक संघ के अनुशांगिक संगठन प्रताप फाउंडेशन के चिंतन शिविर में वक्ताओं ने कही। 

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      जालौर पाली और सिरोही के राजपूत समाज के राजनीति से जुड़े हुए जनप्रतिनिधियों का दो दिवसीय चिंतन शिविर तखतगढ़ में आयोजित हुआ। संघ के संस्थापक तनसिंहजी की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से प्रारंभ हुए कार्यक्रम में मां शक्ति की प्रार्थना के साथ सैकड़ो जनप्रतिनिधियों ने अनुशासित तौर पर अपनी बात रखकर समाज के वर्तमान राजनीतिक माहौल और स्थिति पर चिंतन करते हुए उसे धरातल पर उतारने की बात कही। दो दिन तक चले चिंतन में तीनों जिलों से राजपूत समाज के राजनीतिक क्षेत्र में कार्य कर रहे मुख्य लोगों ने विभिन्न विषयों पर चर्चा कर वर्तमान परिपेक्ष में राजनीति, मतदाता तक पहुंच के लिए धरातलीय कार्य, राजनीति में प्रभावी तरीके से सामान्य जन तक पहुंच बनाने के तरीके, आर्थिक स्थिति और व्यवसाय व राजनीति में समन्वय के साथ-साथ पंचायतीराज चुनाव से लगाकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक की राजनीति में अपनी भूमिका को लेकर विभिन्न चर्चाएं चली।

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  इस दौरान रानीवाड़ा पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल, पूर्व जिलाध्यक्ष, रविंद्रसिंह बालावत, हिंदूसिंह दुधवा, प्रतापसिंह बिटिया, भवानीसिंह भटाना, महेंद्रसिंह झाब, गिरधारीसिंह आकोली, राजवीरसिंह नोसरा, गजेंद्रसिंह झूपेलाव, वीरेंद्रसिंह चौहान, बिशनसिंह कैलाशनगर, सुजानसिंह वडवज, लक्ष्मणसिंह रतनपुर, शैतानसिंह भूतेल, महावीरसिंह पाणवा, अमरसिंह तोड़नी, भैरूपालसिंह दासपा, सूर्यवीरसिंह निम्बला, दिलीपसिंह बोकड़ा, परमवीरसिंह भाटी, चक्रवर्तीसिंह देसू, सरपंच संघ जिला अध्यक्ष भंवरसिंह बालावत, नेपालसिंह पावा, नारायणसिंह बालराई, प्रतापसिंह निम्बली, जालमसिंह गुड़ालास, शिवराजसिंह बिटिया सहित मुख्य राजनीतिक दलों और संगठनों में कार्य करने वाले सैकड़ों लोगों ने शिविर के दौरान रात्रिकालीन सत्र में पंचायत समिति वार जनप्रतिनिधियों ने साथ बैठकर योजनाओं को आगामी मूर्त देने के लिए अपनी भूमिका भी तय की। दो दिन तक चले चिंतन शिविर का रविवार को समापन हुआ।